खास

NEHA
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"कोई नाम नहीं इस रिश्ते का ,
मगर मेरे लिए बहुत खास हो तुम"

मेरे रूह की आवाज हो तुम ,
कहा ना बहुत खास हो तुम ,,,,
तुम गमो की गर्मी -ठंडक 
खुशियों का एहसास हो ,
तुम धड़कनो की आवाज हो 
सांसो का सुखद साज हो ,
मेरे लिए खास हो ,,,,,,
सदा हो मेरे प्यार की तुम 
तुम ही हमसफ़र  एक हो ,
तुम मंजिल हो जिंदगी की....
खुद को कभी ना देखना 
दुनिया की नजर से कभी  ,,
मेरे लिए खास हो  ,,,,,,
क्युकी तुम खास हो ,
मेरे लिए बहुत खास हो ,,,,,,,,,,


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