गोरखपुर जिले में इस समय आधार कार्ड बनवाना या उसमें संशोधन करवाना आसमान से तारे तोड़ने के समान हो गया है। नया आधार कार्ड बनवाने व संशोधन कराने के लिये लोगों को एड़ी चोटी एक करना पड़ रहा है। खासकर उन छात्र छात्राओं के लिए सबसे बड़ी परेशानी है जिनको स्कॉलरशिप भरने के लिए आधार से मोबाइल लिंक कराना आवश्यक है।
जिले में छात्र-छात्राओं व आम जनता को आधार कार्ड बनवाने व संशोधन कराने के लिए काफी जद्दोजहद करने के साथ ही मोटी रकम भी चुकानी पड़ रही है।तब जाकर कहीं उनका नंबर आ रहा है। आए दिन लोग बैंकों व पोस्ट ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं लेकिन फिर भी उनका कार्य नहीं हो पा रहा है। जिसको लेकर छात्र-छात्राओं व आम लोगों में काफी निराशा व आक्रोश है। लोगों का कहना है कि इस समय आधार कार्ड बनवाना नाको चने चबाने के बराबर है।
वहीं जिले में कुछ लोग तत्काल आधार कार्ड बनवाने और नंबर लिंक कराने के नाम पर 2 सौ से 5 सौ रुपये तक धन उगाही कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि आधार कार्ड बनवाने के नाम पर बैंकों व पोस्ट ऑफिस में जमकर धन उगाही हो रही है। आरोप है कि इस जटिल समस्या के तरफ जिला प्रशासन व संबंधित अधिकारियों का ध्यान नहीं जाने से लोग शोषण के शिकार हो रहे हैं।
लोगों का कहना है कि यदि आधार कार्ड बनवाने की सुविधा विभिन्न जनसेवा केन्द्रों पर मिल जाती तो वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी हो जाता वही धन उगाही पर भी रोक लगती। साथ ही लोगों को आधार कार्ड बनवाने में काफी सहूलियत भी मिल जाती। ऐसे में आधार कार्ड बनवाने के लिए बैंकों का चक्कर काट रहे प्रमोद चौहान, प्रदीप जायसवाल, सुनील यादव, लवकुश यादव, सोनम कुमारी, संतोष यादव, रितेश यादव, रामफल चौहान, लाल बहादुर, आजाद चौहान, सुषमा देवी आदि लोगों ने जनपद के विभिन्न जनसेवा केन्द्रों पर आधार कार्ड बनवाए जाने की अनुमति देने की जिला प्रशासन से मांग की है।
बता दे गोरखपुर में इस उगाही के चलते बहुत से केन्द्रों को कई महीनो के लिए सस्पेंड तक होना पड़ा है अभी बहुत ही कम सथानो पर आधार सुधार का कार्य हो रहा है एवं वहां लम्बी लम्बी कतार लग रही आधार अपडेट करवाने वालो की