जब दिल टूटता हैं तो बड़ा ही दर्द होता है. उस दर्द को न तो किसी से कहा जाता हैं, ना तो उसे सहा जाता है. महफ़िल अच्छी नही लगती और अकेलापन काटने को दौड़ता हैं.

NEHA
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हम सिमटते गये उनमें और वो हमें भुलाते गए, हम मरते गये उनकी बेरूखी से और वो हमें अजमाते गए. इश्क़ में दिल टूट जाए तो सब रोते है, पर कुछ बुलंदियों को भी छूते है क्योंकि वो सबसे अलग होते हैं. मेरे आँखों का आंसू तुम्हे पानी सा क्यों लगता है, टूट कर मेरा चाहना तुम्हे नादानी सा क्यों लगता है. गम में निकले आसुओं को जो न समझा, वो मोहब्बत को क्या ख़ाक समझेगा. देखकर इश्क़ के उन तस्वीरों को अब आँखों में जलन होती हैं. मेरे नसीब में सिर्फ रोना है, फिर भी तुझे प्यार करते हैं, पता है तू अब लौट कर नहीं आएगा फिर भी तेरा इन्तजार करते हैं. रोने से दिल के जख्म भर जायेंगे, वरना हम तो जीते जी मर जायेंगे. अब कहाँ ये दिल चैन से सोता है, तुझे याद करके ये रात भर रोता है ये दिल तब रो देता हैं, जब इश्क़ में सब खो देता हैं. जो तुमसे मोहब्बत करें उसे कभी रोने मत देना, लड़ाई-झगड़े कितने भी हो उसे खोने मत देना. तुम मुझे हँसी-हँसी में खो तो दोगे, पर याद रखना फिर आंसुओं में ढूंढोगे. आँखों से आसुओं का सैलाब निकला, पर तस्वीर उसकी आज भी धुधली नही हुई. मालूम जो होता हमें अंजाम-ए-मोहब्बत, लेते न कभी भूल के हम नाम-ए-मोहब्बत. खामोशियों से मिल रहे हैं खामोशियों के जवाब, कैसे कहें कि उनसे बात नहीं हो रही हैं.

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