मल्टीमीडिया डेस्क। सोशल मीडिया में पिछले कुछ दिनों से 2000 रुपए के नोट को लेकर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है। इस खबर में जहा 2000 रुपए के नोट के 31 दिसंबर के बाद बंद होने का दावा किया जा रहा है वहीं यह भी दावा किया जा रहा है कि लोग अपने पास रखे 2000 के नोट 31 दिसंबर तक बैंक में जमा करवा सकते हैं या फिर बदलवा सकते हैं। इतना ही नहीं सोशल मीडिया में यह दावा करने वाली तस्वीरों में यह भी कहा जा रहा है कि 2020 में केंद्र सरकार नए 2000 और 1000 रुपए के नोट लाने वाली है।
व्हाट्सएप और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में तेजी से वायरल हो रही इस खबर के बाद लोगों के जहन में फिर से नोटबंदी का डर बैठने लगा है। हालांकि, सरकार ने इसे लेकर कोई बात नहीं कही है। वहीं 2000 रुपए के नोट को लेकर इस तरह की खबरें पहले भी कईं बार सामने आ चुकी हैं।।
हालांकि, इसके बावजूद सोशल मीडिया में तेजी से अखबार और टीवी चैनल पर 2000 रुपए के नोट बंद होने की खबर दिखाने वाली तस्वीरें वायरल हो रही हैं। अब बात करें इन तस्वीरों की सच्चाई की तो आपको बता दें कि इनमें से केवल एक तस्वीर असली है। वो तस्वीर है एक अखबार की क्लिप जिसमें यह बात कही गई है। वहीं जो टीवी चैनल्स की तस्वीरें सोशल मीडिया में शेयर हो रही हैं वो सभी फर्जी हैं। जहां तक अखबार की क्लिप की बात है तो वो क्लिप है तो सही लेकिन उसे पेश गलत तरीके से किया जा रहा है।
दरअसल, अखबार की जो क्लिप सोशल मीडिया में वायरल हो रही है वो किसी दैनिक समाचार पत्र की है और उसमें यही लिखा नजर आता है कि सरकार 2000 का नोट बंद करने जा रही है। सोशल मीडिया में इस क्लिप के माध्यम से सिक्के का एक ही पहलू दिखाया जा रहा है। वास्तव में यह असम के एक दैनिक समाचार पत्र दैनिक पूर्वोदय के ई-पेपर की क्लिप है जिसमें 2000 रुपए के नोट बंद होने की खबरों की पड़ताल की गई है। इसमें बताया गया है कि एक मैसेज सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें नोट बंद होने का दावा किया जा रहा है।
हमने इंटरनेट पर इस अखबार को खोजा और पाया कि 1 दिसंबर के ई-पेपर में फ्रंट पेज पर जो खबर छपी है वो सोशल मीडिया में वायरल हो रही इस अखबार की तस्वीर का आधा हिस्सा है। यह उस खबर की क्लिप है जिसमें 2000 रुपए के नोट बंद होने की सूचनाओं को गलत बताया गया है। वैसे ही जैसे हम आपको बता रहे हैं कि यह खबर झूठी है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने यह बात हाल ही में साफ कही है कि वो ऐसा कोई कदम नहीं उठाने जा रही है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने 10 दिसंबर को ही संसद में प्रश्नकाल के दौरान साफ कहा था कि सरकार 2000 रुपए के नोट को बंद नहीं करने जा रही। नोट बंद होने की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
पूरी पड़ताल और वित्त राज्यमंत्री के बयान से यह साफ होता है कि सोशल मीडिया में जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं वो फर्जी हैं और शरारतपूर्ण तरीके से एडिट करके शेयर की जा रही है ताकि लोगों में भ्रम फैले। आप इन तस्वीरों पर यकीन करने से बचें।