नई दिल्ली: शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) ने स्टैचू ऑफ यूनिटी को अपने आठ अजूबों (Eight wonders of SCO) की लिस्ट में शामिल कर लिया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। विदेश मंत्री ने लिखा कि "सदस्य देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए SCO के प्रयास की सराहना करते हैं। SCO के आठ अजूबों की लिस्ट में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी शामिल है। यह निश्चित रूप से एक प्रेरणा के रूप में काम करेगा।"
स्टैचू ऑफ यूनिटी के SCO के आठ अजूबों की लिस्ट में शामिल होने का मतलब ये भी है कि अब SCO खुद सदस्य देशों में दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैचू ऑफ यूनिटी का प्रचार करेगा। बता दें कि अनावरण के सालभर बाद ही स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को रोजाना देखने आने वाले पर्यटकों की संख्या अमेरिका के 133 साल पुराने स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी के पर्यटकों से ज्यादा हो गई है। गुजरात स्थित इस स्मारक को देखने औसतन 15000 से अधिक पर्यटक रोज पहुंच रहे हैं।
Received Secretary General #ShanghaiCooperationOrganization Vladimir Norov. Reviewed the progress in our cooperation as India prepares to take up the responsibility of chairing the Council of #SCO Heads of Government. pic.twitter.com/UTwZwzMUSH— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 13, 2020
सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड ने दिसंबर 2019 में एक बयान में कहा था, ‘‘पहली नवंबर, 2018 से 31 अक्टूबर, 2019 तक पहले साल में रोजाना आने वाले पर्यटकों की संख्या में औसतन 74 फीसदी वृद्धि हुई है और अब दूसरे साल के पहले महीने में पर्यटकों की संख्या औसतन 15036 पर्यटक प्रतिदिन हो गयी है।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘सप्ताहांत के दिनों में यह 22,430 हो गयी है। अमेरिका के न्यूयार्क में स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी को देखने रोजाना 10000 पर्यटक पहुंचते हैं।’’
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा है। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। यह प्रतिमा गुजरात में केवड़िया कॉलोनी में नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध के समीप है। भारतीय मूर्तिकार राम वी सुतार ने इसका डिजायन तैयार किया था। पहली बार वर्ष 2010 में इस परियोजना की घोषणा की गयी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर, 2018 को उसका अनावरण किया था।
लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143वीं पुण्यतिथि के मौके पर 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे ऊंची 'स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी' का अनावरण किया था। सरदार वल्लभ भाई पटेल की इस प्रतिमा को सिर्फ चार सालों के भीतर बनाया गया है। इसे बनाने की लागत 2989 करोड़ रुपए आई है।