निर्भया के इंसाफ के लिए कानून जंग लड़ने वाली उसकी मां आशा देवी ने भड़कते हुए कहा कि इंदिरा जयसिंह को इस तरह का सुझाव देने की हिम्मत कैसे हुई. उन्होंने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट में उनसे कई बार मिलीं, लेकिन उन्होंने एक बार भी उनका हाल-चाल नहीं पूछा. आज वो दोषियों के हक में बोल रही हैं.
निर्भया की मां से इंदिरा जयसिंह की अपील
'सोनिया गांधी की तरह सजा माफ करें
1 फरवरी को है निर्भया को दोषियों को फांसी
'सोनिया गांधी की तरह सजा माफ करें
1 फरवरी को है निर्भया को दोषियों को फांसी
- देश की जानी-मानी वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां आशा देवी से अपील की है कि वे अपने बेटी के बलात्कारियों को माफ कर दें. इंदिरा जयसिंह ने इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का हवाला दिया है और कहा है कि सोनिया ने जिस तरह राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी की मौत की सजा माफ कर दी है, ऐसा ही उदाहरण आशा देवी को देना चाहिए. इंदिरा जयसिंह ने कहा कि वे आशा देवी के दर्द और वेदना को समझती हैं, लेकिन मृत्युदंड के खिलाफ हैं. आशा देवी ने इंदिरा जयसिंह की अपील पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि इंदिरा जय सिंह उन्हें सलाह देने वाली कौन होती हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की वजह से ही रेप पीड़ितों के साथ इंसाफ नहीं हो पाता है
- एक फरवरी को होगी फांसी
बता दें कि दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों के लिए नया डेथ वारंट कोर्ट ने जारी कर दिया है. चारों दोषियों को अब 1 फरवरी सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा. इससे पहले चारों दोषी विनय, मुकेश, पवन और अक्षय को 22 जनवरी को फांसी दी जानी थी, लेकिन एक दोषी मुकेश ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर की थी, राष्ट्रपति ने उसकी दया याचिका खारिज कर दी. इसके बाद पटियाला कोर्ट ने फांसी देने की नई तारीख मुकर्रर की है.
बलात्कारियों को माफी दें
इंदिरा जय सिंह ने कहा कि वे आशा देवी के दर्द और तकलीफ से पूरी तरह से सहानुभूति रखती हैं, लेकिन उनसे अपील करना चाहती हैं कि वे सोनिया गांधी की तरह उदाहरण पेश करें जिन्होंने नलिनी को माफ किया और कहा कि वे उसके लिए मौत की सजा नहीं चाहती हैं. इंदिरा जय सिंह ने कहा वे उनके साथ हैं, लेकिन मौत की सजा के खिलाफ हैं.
'इंदिरा जयसिंह कौन होती हैं'
निर्भया के इंसाफ के लिए कानून जंग लड़ने वाली उसकी मां आशा देवी ने भड़कते हुए कहा कि इंदिरा जयसिंह को इस तरह का सुझाव देने की हिम्मत कैसे हुई. उन्होंने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट में उनसे कई बार मिलीं, लेकिन उन्होंने एक बार भी उनका हाल-चाल नहीं पूछा. आज वो दोषियों के हक में बोल रही हैं. आशा देवी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोग बलात्कारियों को सपोर्ट कर अपनी रोजी रोटी चलाते हैं, इसलिए पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिलता है.
गांधी परिवार ने की थी सजा माफ
नलिनी राजीव गांधी हत्याकांड में दोषी ठहराई गई हैं. 1991 में उन्हें इस मामले में जेल भेजा गया था. नलिनी 26 सालों से जेल में बंद है. साल 2008 में प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनसे मुलाकात भी की थी. गांधी परिवार ने उन्हें माफ कर दिया है.