सर्दियों में आपने तिल का लड्डू तो जरूर खाया होगा. तिल की चिक्की और तरह-तरह का तिलकुट भी खाया होगा. सर्दियों में तिल के व्यंजन लोग बड़े चाव के साथ खाते हैं. तिल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. छोटे से तिल में बड़े-बड़े गुण होते हैं. केवल सर्दियों में ही नहीं, हर मौसम में तिल का सेवन फायदेमंद होता है. आइए, जानते हैं कि तिल का सेवन करने से किन-किन बीमारियों में राहत मिलती है और इसके क्या-क्या फायदे हैं.
सर्दियों में तिल खाने से शरीर की खोई हुई ऊर्जा शक्ति भी वापस आती है. तिल से बनी चीजें खाने से आपको कब्ज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है. काले तिल को चबाकर खाने और फिर ठंडा पानी पीने से बवासीर की समस्या भी कम होती है.
कुछ लोगों की खांसी जल्दी जाने का नाम ही नहीं लेती है. खासकर, सूखी खांसी है, तो तिल के साथ थोड़ी से मिश्री खाने से भी लाभ मिलता है. तिल के तेल में लहसुन की एक कली डालकर हल्का गर्म कर इसे कान में डालने पर कान का दर्द दूर होता है. तेल से जब आप शरीर की मालिश करते हैं, तो दर्द में राहत मिलती है.
गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता
तिल में मौजूद मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है. यह दिल की बीमारियों और खासकर हार्ट अटैक का खतरा कम करता है.
साथ ही तिल बालों के लिए भी पोषक और फायदेमंद होता है. तिल के तेल का इस्तेमाल बालों में करने से बहुत लाभ होता है. तिल से बनी चीजों का सेवन करने से भी बालों का असमय पकना और झड़ना बंद हो जाएगा.
तिल की एक और खासियत ये है कि यह चेहरे की रंगत को भी निखारता है. तिल के कुछ दाने को दूध में डालकर उसका पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं. इससे रंगत निखरती है. तिल के तेल की मालिश से त्वचा भी स्वस्थ रहती है.
तिल मानसिक समस्याओं में भी फायदेमंद होता है. यह तनाव, अवसाद, चिंता आदि को कम करता है. हर दिन थोड़ी मात्रा में तिल खाने से दिमाग चुस्त-दुरुस्त रहता है. इसके सेवन से मानसिक परेशानियां दूर होती हैं.