बगीचे में लगे हुए एक पेड़ में पांच प्रजाति के आम हों तो देखकर थोड़ी हैरानी तो जरूर होगी। कुछ ऐसा ही कारनामा किया है शहर के कूड़ाघाट इलाके के अभिषेक नगर के विंध्यवासिनी शुक्ला ने। उनके इस पेड़ में गवंलजीत, आम्रपाली, चौसा, दशहरी और सफेदा प्रजाति के फल भी आ गए हैं। जो भी सुनता है इसे देखने पहुंच जाता है।
दरअसल विंध्यवासिनी शुक्ला को अपने घर के पास बगीचे में फल, फूल उगाने का शौक है। यूट्यूब पर देखकर विंध्यवासिनी विभिन्न प्रकार के पौधे तैयार करते हैं। इसी क्रम में उन्होंने ग्राफ्टिंग तकनीक से एक पौधे में विभिन्न रंग के गुलाब उगाने का तरीका देखा।
ज्यादा फल नहीं देते ऐसे पेड़
इसके बाद उन्होंने इसी तकनीक को आम के पेड़ पर आजमाने को सोचा। पिछले साल बारिश के मौसम में उन्होंने अपने बगीचे में लगे हुए गवलजीत आम के पेड़ में अन्य चार तरह की आमों की प्रजाति आम्रपाली, चौसा, दशहरी और सफेदा की ग्राफ्टिंग की। मात्र एक साल में ही उनके इस पेड़ में पांच प्रजाति के आम आ गए हैं। विंध्यवासिनी ने कहा कि सिर्फ शौक में उन्होंने यह कर दिया।
कृषि विशेषज्ञ अजय सिंह ने कहा कि ग्राफ्टिंग तकनीक से किसी भी पेड़ में कई प्रजाति के वही फल उगाए जा सकते हैं। यानी आम के पेड़ में आम ही उगाया जा सकता है। गुलाब के एक पौधे में अलग अलग रंग के कई गुलाब उगाए जा सकते हैं। आम में जामुन या कटहल नहीं उगाया जा सकता है। सजावट के लिहाज से इस तकनीक से उगाए हुए पेड़ों के फल ज्यादा नहीं लगते हैं।