दिल का अपना एक दिमाग होता है. ये सच है. इसी बात को पुख्ता करने के लिए वैज्ञानिकों ने दिल का 3डी नक्शा बनाया है. जिसमें यह बात प्रमाणित भी हो चुकी है कि दिल के अंदर उसका अपना एक छोटा सा दिमाग होता है. ये दिमाग सिर्फ और सिर्फ दिल के लिए काम करता है. (फोटोः थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी)
दिल के अंदर मौजूद इस दिमाग को इंट्राकार्डिएक नर्वस सिस्टम (Intracardiac Nervous System - ICN) कहते हैं. ये दिल का बिग बॉस होता है. यानी यह जो कहता है दिल वहीं करता है. यह दिल के अंदर की संचार व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है. (फोटोः थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी)
यह नर्वस सिस्टम दिल को दुरुस्त रखता है. ताकि वह सही से काम कर सके. कब कितना खून सप्लाई करना है यह सब दिल को बताता है. इसी दिमाग की वजह से दिल कई बीमारियों से बचा रहता है. (फोटोः थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी)
फिलाडेल्फिया स्थित थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी के बायोलॉजिस्ट जेम्स शॉबर और उनकी टीम ने चूहों के दिल का अध्ययन किया. इसके बाद दिल की नाइफ एज स्कैनिंग माइक्रोस्कोपी से दिल की विस्तृत तस्वीर ली. (फोटोः थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी)
फिर इन तस्वीरों की मदद से दिल का थ्रीडी मैप बनाया. इस थ्रीडी मैप में दिल के सभी हिस्से साफ-साफ नजर आ रहे हैं. हर एक नसें और अंग. यहीं पर पीले रंग में दिखाई दिया दिल का दिमाग. (फोटोः थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी)
जेम्स शॉबर कहते हैं कि इस नक्शे की बदौलत हम यह पता कर पाएंगे कि दिल की बीमारियां किस हिस्से को कितना प्रभावित करती हैं. हम उनका उसी हिसाब से इलाज कर पाएंगे. (फोटोः थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी)
The comprehensive, 3-D map of the heart’s little brain could ultimately lead to targeted therapies that could treat or prevent heart diseases.— Science News (@ScienceNews) June 9, 2020
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जेम्स ने बताया कि दिल का दिमाग दिल के ऊपर हिस्से में बाएं तरफ होता है. यहीं से दिल के दाएं और बाएं हिस्से की नसों को कमांड भेजा जाता है. (फोटोः थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी)
दिल के बाएं हिस्से में दिमाग वाले न्यूरॉ़न्स ज्यादा होते हैं. यहीं से ये अपना काम करते हैं. अब जेम्स की टीम ये पता कर रही है कि जितने पीले रंग के न्यूरॉन्स दिखाई दिए हैं, क्या वो सब अलग-अलग काम करते हैं. या फिर एकसाथ एक ही काम करते हैं. (फोटोः थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी)
जेम्स शॉबर ने बताया कि उनकी ये रिपोर्ट आईसाइंस में 26 मई को प्रकाशित हुई थी. यह नक्शा न्यूरोलॉजी और कार्डियोलॉजी के बीच एक ब्रिज का काम करेगी. इसकी मदद से दुनिया भर के डॉक्टर और साइंटिस्ट दिल संबंधी बीमारियों का इलाज खोज पाएंगे. (फोटोः थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी)